The Ultimate Guide To Shodashi

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Tripura Sundari's sort is not simply a visual representation but a map to spiritual enlightenment, guiding devotees by symbols to understand deeper cosmic truths.

साहित्याम्भोजभृङ्गी कविकुलविनुता सात्त्विकीं वाग्विभूतिं

आर्त-त्राण-परायणैररि-कुल-प्रध्वंसिभिः संवृतं

Within the context of electric power, Tripura Sundari's natural beauty is intertwined with her power. She is not merely the symbol of aesthetic perfection but will also of sovereignty and conquer evil.

ह्रीं ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं

यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।

क्या आप ये प्रातः स्मरण मंत्र जानते हैं ? प्रातः वंदना करने की पूरी विधि

Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra produces a here spiritual protect all around devotees, guarding them from negativity and unsafe influences. This mantra acts like a supply of security, assisting individuals preserve a favourable setting free from mental and spiritual disturbances.

भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती है।

मुख्याभिश्चल-कुन्तलाभिरुषितं मन्वस्र-चक्रे शुभे ।

Goddess Tripura Sundari is likewise depicted as being a maiden carrying amazing scarlet habiliments, dim and extended hair flows and is totally adorned with jewels and garlands.

Cultural occasions like folk dances, songs performances, and plays are also integral, serving like a medium to impart classic stories and values, Specifically towards the more youthful generations.

श्रीमद्-सद्-गुरु-पूज्य-पाद-करुणा-संवेद्य-तत्त्वात्मकं

सर्वभूतमनोरम्यां सर्वभूतेषु संस्थिताम् ।

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